गुरु सेवा के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, गुरु आज्ञा पालन करना, सबसे बड़ी गुरु सेवा है.
12.
गांगुली-मि. जॉन सेवक तुमसे कहेगा, हम न्याय-अन्याय के झगड़े में नहीं पड़ता, तुम हमारा बेटा है, हमारा आज्ञा पालन करना तुम्हारा धार्म है, तो तुम क्या जवाब देगा?
13.
हमारे ऊपर हमारे पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम से अंतिम स्तर तक (या किसी भी अन्य व्यक्ति से अधिकतर) महब्बत करना, तथा आप का आज्ञा पालन करना, पैरवी करना और आदर-सम्मान करना क्यों अनिवार्य है?
14.
तथा सृष्टा का आज्ञा पालन करना सृष्टि के आज्ञा पालन पर प्राथमिकता रखता है चाहे वह कितना ही निकटतम क्यों न हो, अतः सृष्टा की अवज्ञा में किसी भी सृष्टि का अज्ञापालन नहीं है, बल्कि सृष्टि का आज्ञा पालन केवल भलाई के अंदर है।
15.
मैंने ठाकुर साहब से वहाँ स् नान करने की आज्ञा माँगी थी, परंतु उन् होंने नहीं दी, क् या उसी पाप का तो यह फल नहीं है कि मैं इस दशा को प्राप् त हुई हूँ! परंतु उसमें मेरा क् या दोष था! स् त्री के लिए तो पति की आज्ञा पालन करना ही परम धर्म है।
16.
-शाफेईय्या और हनाबिला का कथन है कि: उस के लिए पति की अनुमति के बिना अपने बीमार बाप की तीमारदारी के लिए निकलना जाइज़ नहीं है, और उसे उस से रोकने का अधिकार है... ; क्योंकि पति का आज्ञा पालन करना अनिवार्य है, अत: अनिवार्य चीज़ को किसी ऐसी चीज़ के कारण छोड़ देना जो वाजिब नहीं है, जाइज़ नहीं है।