| 11. | साथ ही उसमें आत्मविस्मृति, दिशा-भ्रम तथा उलझन की स्थिति बनी रहती है।
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| 12. | गये जो आत्मविस्मृति की डगर पर उन्ही में एक होना चाहता हूँ।
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| 13. | साथ ही उसमें आत्मविस्मृति, दिशा-भ्रम तथा उलझन की स्थिति बनी रहती है।
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| 14. | साथ ही उसमें आत्मविस्मृति, दिशा-भ्रम तथा उलझन की स्थिति बनी रहती है।
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| 15. | आत्मविस्मृति के परिणाम-राष्ट्रभक्ति हीनता, आपस मै संघर्ष,असंघटन,छिन्नभिन्नता का मूलकारण हमारी आत्मविस्मृति है।
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| 16. | आत्मविस्मृति के परिणाम-राष्ट्रभक्ति हीनता, आपस मै संघर्ष,असंघटन,छिन्नभिन्नता का मूलकारण हमारी आत्मविस्मृति है।
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| 17. | कारण, हम वास्तव में की आत्मविस्मृति से बुरी तरह ग्रसित हैं ।
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| 18. | प्र: रचना में निमग्न होने का समय आत्मविस्मृति का है या आत्मजागृति का?
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| 19. | क्रमशा.... प्रेम तभी होता है जब आत्मविस्मृति होती है चुनौती सदा नयी होती है..
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| 20. | इसी को निरोध या आत्मविस्मृति की स्थिति भी कहते हैं, जो प्रेम-भक्ति की अन्तिम और पूर्ण परिणति है।
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