इस द्वितीय व्युत्पत्ति के अनुसार प्रेम का अर्थ है-प्रेम होना, तृप्त होना, आनन्दित होना या प्रेम, तृप्त और आनंदित करना।
12.
' ' राजा को अपनी प्रजा के आमोद-प्रमोद में उसी प्रकार आनन्दित होना चाहिए जिस प्रकार एक पिता अपनी सन्तान के आमोद प्रमोद में आनन्दित होता है।
13.
आइसोन पुच्छल तारे पर पैनी नज़र रखते हुए इसका अवलोकन सुनिश्चित करते हुए बह्मांड के नज़ारे लेकर आनन्दित होना भी इस राष्ट्रव्यापी मुहीम का एक उद्देश्य है।
14.
७. यदि आदमी शुभ कर्म करे! तो इसे पुनः पुनः करना चाहिए! उसे उसमे आनन्दित होना चाहिए! शुभ कर्म का करना आनन्ददायक होता है!
15.
जब सिय्योन में भाई और बहनें कामयाब होते हैं, तब हमें साथ में आनन्दित होना है, और जब वे बढ़िया काम करते हैं, तब हमें साथ में दिल से बधाई देनी चाहिए।
16.
और इसलिए सब बातों में आपका सभी प्रकार से आनन्दित होना, क्रूस में आनन्दित होना रहना चाहिए जहाँ आपकी सभी आशीषें, आपके लिए परमेश्वर के पुत्र, यीशु मसीह की मृत्यु की कीमत पर खरीदी गई थीं।
17.
और इसलिए सब बातों में आपका सभी प्रकार से आनन्दित होना, क्रूस में आनन्दित होना रहना चाहिए जहाँ आपकी सभी आशीषें, आपके लिए परमेश्वर के पुत्र, यीशु मसीह की मृत्यु की कीमत पर खरीदी गई थीं।
18.
इस्लाम में जीवन का आनन्द किसी विशेष जाति तक सीमित नहीं है बल्कि सारे इनसान चूंकि अल्लाह के बन्दे और आदम व हव्वा की औलाद हैं इस लिए जीवन के आनन्द से आनन्दित होना हर एक का अधिकार है।
19.
इस्लाम में जीवन का आनन्द किसी विशेष जाति तक सीमित नहीं है बल्कि सारे इनसान चूंकि अल्लाह के बन्दे और आदम व हव्वा की औलाद हैं इस लिए जीवन के आनन्द से आनन्दित होना हर एक का अधिकार है।
20.
इस्लाम की दृष्टि में सारे इनसान एक अल्लाह के बंदे हैं और एक ही माँ-बाप आदम हव्वा की सन्तान हैं अतः जीवन के आनन्द से आनन्दित होना और अपनी योग्यतानुसार जीवन से अपना भाग प्राप्त करना उनका हक़ है।