यह भी सिद्ध है कि आपात किरण के समांतर प्रत्येक रंग की समस्त किरणें, पानी की बूँद से बाहर आने पर भी, संनिकटत: समांतर बनी रहती हैं, क्योंकि विचलन न्यूनतम होने के कारण आपात कोण में थोड़ा परिवर्तन होने पर भी विचलन कोण में विशेष अंतर नहीं होता।
12.
यदि क पर किरण का आपात कोण आ तथा वर्तन कोण व हो तो गणित द्वारा सिद्ध किया जा सकता है कि जब विचलन कोण वि न्यूनतम होता है तब यदि उक्त समीकरण में का मान लालवर्ण के लिए १. ३२९ रख दें तो कोण आ का मान ५९.६तथा कोण व का मान ४०.५प्राप्त होता है।