| 11. | 1851 ई0 में कलकत्ते की टकसाल में चाँदी के आमापन की भारतीय विधि का आविष्कार हुआ।
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| 12. | अन्य सभी देशों की टकसालें चाँदी के आमापन के लिये एक मात्र एक मात्र गे-लूसाक (
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| 13. | सिक्का बनाने के पूर्व, मिश्रधातु की अवस्था में ही, आमापन अधिक महत्वपूर्ण होता है।
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| 14. | 1851 ई0 में कलकत्ते की टकसाल में चाँदी के आमापन की भारतीय विधि का आविष्कार हुआ।
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| 15. | 1851 ई 0 में कलकत्ते की टकसाल में चाँदी के आमापन की भारतीय विधि का आविष्कार हुआ।
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| 16. | सिक्कों और धातु मुद्राओं में चाँदी का आमापन करने के लिये शताधिक वर्षों तक इस विधि का प्रयोग हुआ।
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| 17. | सिक्कों और धातु मुद्राओं में चाँदी का आमापन करने के लिये शताधिक वर्षों तक इस विधि का प्रयोग हुआ।
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| 18. | शुद्ध निकल के सिक्कों में निकल और हानिकारक अपद्रव्य के रूप में कार्वन, गंधक आदि का आमापन होता है।
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| 19. | सिक्कों और धातु मुद्राओं में चाँदी का आमापन करने के लिये शताधिक वर्षों तक इस विधि का प्रयोग हुआ।
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| 20. | शुद्ध निकल के सिक्कों में निकल और हानिकारक अपद्रव्य के रूप में कार्वन, गंधक आदि का आमापन होता है।
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