भगवान श्री राम अयोध् या के आम दरबार में मानव जन् म की महत् ता बताते हुए कहते हैं-बडे भाग मानुष तन पावा, सुर दुर्लभ सब ग्रंथन् ह गावा।
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और तुम अपने औक़ात (समय) का एक हिस्सा हाजत मन्दों के लिये मुअय्यन (निश्चित) कर देना, जिन में सब काम छोड़ कर उन्हीं के लिये मखसूस हो जाना और उन के लिये एक आम दरबार करना, और उस में अपने पैदा करने वाले अल्लाह के लिये तवाज़ो व इन्केसारी से काम लेना, और फौजीयों, निगहबानों, और पुलिस वालों को हटा देना ताकि कहने वाले बे धडक कह सकें।