आर्थिक क्षति स्तर और आर्थिक देहलीकोई भी कीट संख्या कितना बढे कि उसे नाशक कीट के नाम से पुकारा जाये इसकेउत्तर के लिए " आर्थिक क्षति स्तर" (एचोनोमिच् इन्जुर्य् लेवेल्) संकल्पना काविकास हुआ है.
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कीट का नाम फसल की अवस्था आर्थिक क्षति स्तर सैनिक कीट बनास्पतिक अवस्था ४-५ सूंडी प्रति मीटर कतार माहू बाली निकलने की अवस्था ५ प्रति बाली गुलाबी तना बेधक बनास्पतिक अवस्था ५ प्रतिशत प्रकोपित तना
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यदि एक कीट जाति के लिए आर्थिक क्षति स्तर उसकी संतुलन स्थिति से काफीअधिक है तो वह कीट अक्सर नाशक कीट में परिवर्तित नहीं होगा, लेकिन जोकीट जनसंख्यायें जो अपने औसत घनत्वों के कारण आर्थिक क्षति स्तर के पासहैं, उनकी नाशक कीट में परिवर्तित होने की अधिक संभावनाएं है.
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यदि एक कीट जाति के लिए आर्थिक क्षति स्तर उसकी संतुलन स्थिति से काफीअधिक है तो वह कीट अक्सर नाशक कीट में परिवर्तित नहीं होगा, लेकिन जोकीट जनसंख्यायें जो अपने औसत घनत्वों के कारण आर्थिक क्षति स्तर के पासहैं, उनकी नाशक कीट में परिवर्तित होने की अधिक संभावनाएं है.
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फिर भी निरीक्षणमें उपरोक्त में से कोई भी कीट आर्थिक क्षति स्तर पर पहुच जाता हैं तो निम्नलिखि त कीटनाशियों में से किसी एक को उनके सामने लिखित मात्रा को प्रति हेक्टेयर की दर से बुरकाव अथवा ७ ००-८ ०० लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें |
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फूल एवं फलियाँ बनते समय सप्ताह के अन्तराल पर निरिक्षण अवश्य करना चाहिए | फली बेधक के लिए ५ गंधपास प्रति हेक्टेयर की दर से ५० मीटर की दुरी पर लगाकर भी निरिक्षण किया जा सकता है | निरिक्षण उपरोक्त किसी भी कीट के आर्थिक क्षति स्तर पर पहुचने पर: १.
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फिर भी निरीक्षणमें उपरोक्त में से कोई भी कीट आर्थिक क्षति स्तर पर पहुच जाता हैं तो निम्नलिखित कीटनाशियों में से किसी एक को उनके सामने लिखित मात्रा को प्रति हेक्टेयर की दर से बुरकाव अथवा ७००-८०० लीटर पानी में घोलकर छिडकाव करें | आरा मख्खी बालदार सूंडी एवं गोभ की तितली: १.
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गालमिज: नवजात मैगट सफेद पारदर्शी एवं पीले धब्बे युक्त होते है जो पूर्ण विकसित होने पर गहरे नारंगी हो जाते है | प्रौढ़ कीट गहरे नारंगी रंग की छोटी मक्खी होती है | इसकी छोटी गिडारें फसल की खिलती कलियों के अन्दर के पुंकेसर को खाकर नुकसान पहुचती है जिससे फलियों में दाने नहीं बनते हैं | आर्थिक क्षति स्तर:
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यदि कीट का प्रकोप आर्थिक क्षति स्तर 5 प्रतिशत प्रभावित पौधे से अधिक हो तो एजाडिरैक्टिन 0. 15 प्रतिशत ई 0 सी 0-2.5 लीटर, डाईमेथोएट 30 प्रतिशत ई 0 सी 0-1.0 लीटर, मिथाइल-ओ-डिमेटान 25 प्रतिशत ई 0 सी 0 1.0 लीटर में से किसी एक को प्रति हे 0 की दर से 500-600 ली 0 पानी में घोल कर छिड़काव करें।