परीक्षा में ऐसे प्रश्न भी आते हैं, जिनमें आपको दिए गए किसी स्टेटमेंट का आलोचनात्मक मूल्यांकन करना होता है।
12.
“ विचारों का तात्कालिक और वर्तमान परिस्थितियों के सापेक्ष उद्देश्यपरक तथा आलोचनात्मक मूल्यांकन ” ही सबसे महत् वपूर्ण है ।
13.
अगर जयप्रकाश आंदोलन और उससे जुड़े साहित्य का आलोचनात्मक मूल्यांकन हो तो निश्कर्ष के बिंदू आंक खोलने वाले साबित हो सकते हैं।
14.
मृणाल की उपलब्धियों की चर्चा और विस्तार से की जा सकती है, लेकिन उपलब्धियां आलोचनात्मक मूल्यांकन का केवल एक पक्ष हैं।
15.
पहला, राजीव रंजन गिरि लिखित प्रस्तावना के आलोचनात्मक मूल्यांकन पर और दूसरा, प्रेमचंद की संकलित कहानियों की समाजशास्त्रीय विवेचना पर।
16.
आलोचनात्मक मूल्यांकन जैसे सवालों में आपको संबंधित विषय के निगॅटिव और पॉजिटिव दोनों प्वॉइंट्स को बताते हुए उसका मूल्यांकन करके निष्कर्ष निकालना चाहिए।
17.
वामदलों के असहिष्णु और घमंडी कार्यकर्त्ता और राज्य का वामशासन किस दशा में राज्य को ले गया है उसका आलोचनात्मक मूल्यांकन सार्वजनिक तौर पर किया जाना चाहिए।
18.
(व्) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुनटिओन्)--इस पद के अन्तर्गत पाठ का आलोचनात्मक मूल्यांकन किया जाताहै जिसके आधार पर छात्राध्यापक अपने शिक्षण में सुधार करता है.
19.
(व्) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुनटिओन्)--इस पद के अन्तर्गत पाठ का आलोचनात्मक मूल्यांकन किया जाताहै जिसके आधार पर छात्राध्यापक अपने शिक्षण में सुधार करता है.
20.
(व्) पृष्ठपोषण या आलोचनात्मक मूल्यांकन (ञेएड्बच्क् ओर् छ्रिटिचल्ऐवलुनटिओन्)--इस पद के अन्तर्गत पाठ का आलोचनात्मक मूल्यांकन किया जाताहै जिसके आधार पर छात्राध्यापक अपने शिक्षण में सुधार करता है.