उडोन, रैमन या सोबा जैसे गर्मागर्म नूडलों को खाते समय सुड़कने की आवाज़ करना बिलकुल स्वीकार्य है, बल्कि इसे प्रोत्साहित ही किया जाता है.
12.
संस्कृत में ष का उच्चारण ऐसे होता था: जीभ की नोक को मूर्धा (मुँह की छत) की ओर उठाकर श जैसी आवाज़ करना ।
13.
मैं उतनी ही आवाज़ करना चाहता हूँ जिससे कि बस मैं सुन सकूँ, वे किसी भी आवाज़ से अब विचलित न होने के लिये दृढ़ हैं।
14.
संस्कृत में ष का उच्चारण ऐसे होता था: जीभ की नोक को मूर्धा (मुँह की छत) की ओर उठाकर श जैसी आवाज़ करना ।
15.
यह फ़ारसी भाषा के ' दमाँ ' से बना है, जिसका अर्थ होता है-' क्रोध में चिंघाड़ना ', ' दहाड़ना ' या ' तेज आवाज़ करना ' आदि।
16.
यह बना है संस्कृत की लस् धातु से जिसमें प्रकाश में आना, चमकना, नचाना, क्रीड़ा करना, खेलना, लहराना, फड़फड़ाना, फूंक मारना, किलोल करना, आवाज़ करना, ध्वनि करना, गूंजना आदि भाव शामिल हैं।