विकासशील उद्योगवाद के साथ हाथ में हाथ दोनों कारण और प्रभाव, के रूप में चला गया, ”.
12.
ऑस्टिन टप्पन राइट द्वारा आइसलैंडिया (1942), दक्षिणी गोलार्द्ध में काल्पनिक द्वीप है, और एक यूटोपिया में कई आदर्शवाद के तत्व हैं, जिसमें बाहरी दुनिया से अलगाव की एक नीति और उद्योगवाद की अस्वीकृति है.
13.
ओलिवर ट्विस्ट में दिक्केंस ने 19वीं सदी में इंग्लैंड पर उद्योगवाद के प्रभाव का वर्णन करने और नए अप्रिय गरीब कानूनो की आलोचना करने के लिए भयानक यथार्थवाद और निर्दयी कटूपहास का मिश्रण किया है.
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ओलिवर ट्विस्ट में दिक्केंस ने 19वीं सदी में इंग्लैंड पर उद्योगवाद के प्रभाव का वर्णन करने और नए अप्रिय गरीब कानूनो की आलोचना करने के लिए भयानक यथार्थवाद और निर्दयी कटूपहास का मिश्रण किया है.
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हिन्द स्वराज ” ने आधुनिक औद्योगिक व्यवस्था के शक्तिवाद, उद्योगवाद, उपभोक्तावाद, बाजारवाद के विकल्प में सत्याग्रह, प्रकृति के साथ साहचर्य, सादगी, प्रेम, स्वावलंबन पर आधारित विकास की परिकल्पना दी।
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ऑस्टिन टप्पन राइट द्वारा आइसलैंडिया (1942), दक्षिणी गोलार्द्ध में काल्पनिक द्वीप है, और एक यूटोपिया में कई आदर्शवाद के तत्व हैं, जिसमें बाहरी दुनिया से अलगाव की एक नीति और उद्योगवाद की अस्वीकृति है.
17.
गुजर चुकी हैं कौशाम्बी और नालंदा की सभ्यताएं, बीत गया है मौर्य और गुप्त वंशों का स्वर्ण-काल, और मिट गया है आदिमयुगीन ताम्र-युग | फिर घोर उद्योगवाद के दौर में अयोध्या को पाषाण-युग में कैद कर आपकी पथराई सोच चाहती क्या है?
18.
पिछले दिनों भी जिन देशों ने अपना भला-बुरा निर्माण किया है, उसमें शिक्षा को ही प्रधान साधन बनाया है, जर्मनी इटली का नाजीवाद, रूस और चीन का साम्यवाद, जापान का उद्योगवाद युगोस्लाविया, स्विटजरलैंड, क्यूबा आदि ने अपना विशेष निर्माण इसी शताब्दी में किया है।
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गुजर चुकी हैं कौशाम्बी और नालंदा की सभ्यताएं, बीत गया है मौर्य और गुप्त वंशों का स्वर्ण-काल, और मिट गया है आदिमयुगीन ताम्र-युग | फिर घोर उद्योगवाद के दौर में अयोध्या को पाषाण-युग में कैद कर आपकी पथराई सोच चाहती क्या है? कृपा करो अयोध्या पर!!
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गुजर चुकी हैं कौशाम्बी और नालंदा की सभ्यताएं, बीत गया है मौर्य और गुप्त वंशों का स्वर्ण-काल, और मिट गया है आदिमयुगीन ताम्र-युग | फिर घोर उद्योगवाद के दौर में अयोध्या को पाषाण-युग में कैद कर आपकी पथराई सोच चाहती क्या है? कृपा करो अयोध्या पर!! वह आ...