प्रेमचंद के उपन्यास ‘ गोदान ' से यदि ‘ मालती, खन्ना, मेहता, राय साहब ' के उपकथानक में गुथे प्रसंग निरस्त कर दिये जायें तो शेष उपन्यास का शीर्षक विक्टर हृयूगो के उपन्यास ‘ लेमिज़रेबल ' की तर्ज पर यह होना चाहिए-होरी बदनसीब।
12.
मुख्य कथानक के कुर्ते पर उपकथानक के पेचेज आवश्यक हैं, लेकिन शर्त यह है कि यह पेचेज कुर्ते के कपड़े से मेल खाने वाले और कुर्ते पर फबने वाले होने चाहिए, ऐसा नहीं कि पेचेज तो ध्यान आकर्षित करें और देखने वाले को वह कुर्ता बड़ी बारीक नज़र से तलाशना पड़े जिस पर यह चस्पा किए गए हैं।