उन्होंने अपने प्रश्नों की श्रृंखला को आगे बढाते हुए कहा कि इस जिले के हम लोग तब भी चुप रहे जब बार बार और लगातार कभी हमे गरहरा में एयर ब्रेक वैगन कारखाना लगाने, कभी बंद पड़े बरौनी खाद कारखाना को कथित रूप से पुनर्जीवित करने अनुष्ठानिक झांसे दिए जाते रहे और फिर तब भी जब हमारे बेगुसराय से उठा कर टेलीफोन के टी. डी. एम. कार्यालय को खगडिया ले जाया गया।