कूलंब (coulomb) = विद्युत् की वह मात्रा जो एक ऐंपियर करेंट के एक सेकंड तक बहने से प्राप्त हो।
12.
इनके द्वारा निर्मित एक विद्युत् चुंबक में ताँबे की नलिका के 1, 440 फेरे थे और उससे 100 ऐंपियर की धारा बहाई जाती थी।
13.
इनके द्वारा निर्मित एक विद्युत् चुंबक में ताँबे की नलिका के 1, 440 फेरे थे और उससे 100 ऐंपियर की धारा बहाई जाती थी।
14.
तार का प्रतिरोध १० ओम हो और उसमें ०. ०१ ऐंपियर की धारा प्रवाहित हो तो सार के दोनों सिरों के बीच की वोल्टता ०.१ वोल्ट होगी।
15.
में ऐंपियर ने आविष्कार किया कि यदि किसी चालक (तार) को, जिसमें विद्युतधारा प्रवाहित हो, चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाए, तो उसपर एक बल कार्य करता है।
16.
इस परिनालिका में एक प्रबल जनित्र से 8, 000 ऐंपियर की क्षणिक धारा 3/1000 सेकंड तक प्रवाहित कर उस परिनालिका के अंदर 3,20,000 गाउस का चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न किया।
17.
इस परिनालिका में एक प्रबल जनित्र से 8, 000 ऐंपियर की क्षणिक धारा 3/1000 सेकंड तक प्रवाहित कर उस परिनालिका के अंदर 3,20,000 गाउस का चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न किया।
18.
वोल्ट (volt) = किसी 1 ओम (ohm) प्रतिरोध (resistance) से होकर 1 ऐंपियर (ampere) करेंट को गुजारने के लिये जितनी शक्ति की आवश्यकता होती है उसे 1 वोल्ट कहते हैं
19.
यदि किसी चालक में धारा का मान एक ऐंपियर प्रति सेकंड बढ़े और उसमें इससे एक वोल्ट का विभवांतर उत्नन्न हो जाए तो इस चालक का प्ररेण एक हेनरी होता है।
20.
हाथ से वेल्डन करने के उपकरणों में बहुधा 20 से 300 ऐंपीयर तक की धारा का प्रयोग किया जाता है, लेकिन स्वचालित यंत्रों में वह 1,200 ऐंपियर तक पहुँच जाता है।