इसके अलावा उसके द्वारा ऐक्स-रे 29ग1 / 3,29ग1/4 को भी सिद्ध किया गया है तथा कहा गया कि यह ऐक्स-रे उनके अस्पताल के हैं और तीनों ऐक्स-रे पैरो के जांघ के नीचे के हैं।
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इसके अलावा उसके द्वारा ऐक्स-रे 29ग1 / 3,29ग1/4 को भी सिद्ध किया गया है तथा कहा गया कि यह ऐक्स-रे उनके अस्पताल के हैं और तीनों ऐक्स-रे पैरो के जांघ के नीचे के हैं।
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इसके अलावा उसके द्वारा ऐक्स-रे 29ग1 / 3,29ग1/4 को भी सिद्ध किया गया है तथा कहा गया कि यह ऐक्स-रे उनके अस्पताल के हैं और तीनों ऐक्स-रे पैरो के जांघ के नीचे के हैं।
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" आगे गवाह डॉक्टर विपिन चन्द्र त्रिपाठी पी0डब्ल्यू0-6 द्वारा अपनी मुख्य परीक्षा के दौरान स्वीकार किया गया कि" मैने ऐक्स-रे रिपोर्ट तैयार की, जिसमें चन्द्र सिंह के दाहिने हाथ की तीसरी अंगुली पर फ्रक्चर पाया गया।
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इसके साथ ही सूची 77ग से हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र, पाटनी मेडिकल स्टोर का बिल, पाटनी मेडिकल स्टोर का बिल, सुमगलम अल्ट्रासाउंट ऐक्स-रे सेंटर का बिल, रामदत्त खर्कवाल मेडिकल स्टोर के बिल प्रस्तुत किए है।
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विद्वान जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी ने दौरान बहस यह भी तर्क दिया कि घटना के दूसरे दिन चोटिल को सरकारी अस्पताल टनकपुर में ईलाज कराने ले गये, जहां चिकित्सक ने ऐक्स-रे व सी0टी0 स्कैन कराने की सलाह दी, तब शारदा अस्पताल पीलीभीत में सी0टी0 स्कैन व ऐक्स-रे करवाया गया।
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विद्वान जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी ने दौरान बहस यह भी तर्क दिया कि घटना के दूसरे दिन चोटिल को सरकारी अस्पताल टनकपुर में ईलाज कराने ले गये, जहां चिकित्सक ने ऐक्स-रे व सी0टी0 स्कैन कराने की सलाह दी, तब शारदा अस्पताल पीलीभीत में सी0टी0 स्कैन व ऐक्स-रे करवाया गया।
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आयु की बावत ऐक्स-रे रिपोर्ट मंगाई गई, जो कि पत्रावली पर कागज सं0-5क/25 है, जिसके अनुसार पीड़िता श्रीमती हीरा देवी की उम्र-20 साल है, अर्थात पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्य से यह तथ्य अकाट्य रूप से सिद्ध होता है कि पीड़िता श्रीमती हीरा देवी की आयु घटना की तारीख को 20साल थी।
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जिनमें दवाईयों के बिल के मद में 78, 093.63 रू0, ऐक्स-रे के मद में 218.35रू0, खून के मद में, 1,000/-रू0, एम्बुलेंस किराये के मद में 1,150/-रू0, ओ0पी0डी0 के मद के रूप में 2,550/-रू0, टैक्सी के संबंध में 47,500/-रू0 तथा साक्ष्य को बुलाने के संबंध में 5,270/-रू0 कुल-1,35,781.98 रू0 के बिल है।
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यदि चोटिल द्वारा आई चोटों का सी0टी0 स्कैन शारदा अस्पताल, पीलीभीत में करवाया गया होता, तो उस दशा में सी0टी0 स्कैन की फिल्म/प्लेट को पत्रावली पर दाखिल करता और जब सरकारी अस्पताल, टनकपुर ने उसे ऐक्स-रे व सी0टी0 स्कैन की सलाह दी थी, तो उस दशा में सरकारी अस्पताल का पर्चा व रिपोर्ट शारदा अस्पताल, पीलीभीत के समक्ष प्रस्तुत करता और जिसके आधार पर शारदा अस्पताल के चिकित्सक कार्यवाही करते।