उत्पादन और सामग्री विभिन्न संस्कृतियों भर में (और डीमैट) प्रक्रियाओं (यह एक पल है जब 50 लाख चीनी लोगों की दुनिया में शामिल हो रहे हर साल 'श्रम शक्ति है.) के ऐतिहासिक अर्थ पर बहस के साथ सगाई
12.
यदि पुरातन अर्थ के प्रतिपादक होने से तथा ऐतिहासिक अर्थ के प्रतिपादक होने से इनको पुराण-इतिहास कहा जायगा तो इस तरह की संज्ञा से ' वेद ' संज्ञा का कोई विरोध नहीं है, ' वेद ' संज्ञा के रहते हुए भी ब्राह्मण-भाग की पुराण-इतिहास संज्ञा भी हो सकती है।
13.
जयपाल की कविताओं की विशेष बात यह है कि इनके चित्र बहुत जाने-पहचाने होते हैं, लोगों का इससे हररोज ही वास्ता पड़ता है जब कविता इस रोज वास्ता पडने वाली साधारण सी वस्तुओं को असाधारण व ऐतिहासिक अर्थ देने वाले चित्रों व प्रतीकों में बदलती है तो ये इस चेतना के स्थायी वाहक बन जाते हैं और स्वत: ही पाठक की जीवन-दृष्टि को प्रभावित करने लगती है।
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चकले में बैठने वाली अधिकांश स्त्रियों के जीवन के अनुशीलन से यह ज्ञात होता है कि ‘‘ पहले कोई स्त्री किसी-न-किसी बुरी सोहबत में पड़कर या किसी मिथ्या प्रेमिक के जाल में फंसकर, या किसी अन्य प्रकार से वेश्यावृत्ति में कदम रखती है, तो पहले-पहल वह केवल एक यौथ स्त्री (ऐतिहासिक अर्थ में नहीं) हो जाती है, और उसकी कमाई पर उसके कथित मालिक या चकले की मालकिन का अधिकार होता है।