रूपद (Template) के संसर्ग में कंटिका (Stylus) मशीन स्लाइडों को चालू करता है और औजार वांछित मार्ग का अनुसरण करते हुए समोच्च रेखा (Contour) का पुनरुत्पादन करते हैं।
12.
इस समय कंटिका के शिखर से एक गैसीय धारा प्रचंड वेग से ऊपर की ओर उठती हैं, ज्यों ज्यों यह धारा ऊपर की ओर बढ़ती जाती है, त्यों त्यों उसकी ज्योति घटती जाती है और साथ ही फफोला भी संकुचित होता हुआ विलीन हो जाता है।