बाद में इन्हीं प्रखंडों में से छह और नये प्रखंड सृजित किए गए जिनमें दंदई, चिनिया, रमना, रमकंदा एवं कंदी शामिल थे।
12.
बाद में इन्हीं प्रखंडों में से छह और नये प्रखंड सृजित किए गए जिनमें दंदई, चिनिया, रमना, रमकंदा एवं कंदी शामिल थे।
13.
हुज्र इब्ने अदी कंदी मुआविया के आदेश से 51 या 53 हिजरी में शहीद हुए थे और उन्हें सीरिया के अदरा इलाक़े में दफ़नाया गया था।
14.
सीरियाई मीडिया के अनुसार वहाबी आतंकवादियों ने जनाब हुज्र इब्ने अदी कंदी के मज़ार में उनकी कब्र खोद उनके मुबारक जिस्म को नामालूम स्थान पर ले गए।
15.
हुज्र इब्ने अदी कंदी जवानी में अपने भाई हानी इब्ने अदी के साथ रसूले इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही सल्लम की सेवा में हाज़िर हुए और इस्लाम को स्वीकार किया।
16.
सीरिया में सक्रिय वहाबी आतंकवादियों ने हज़रत अली अलैहिस्सलाम के ख़ास सहाबी जनाब हुज्र इब्ने अदी कंदी के मज़ार में घुसकर ज़रीह को उखाड़ दिया और कब्र खोद कर उनके पाक जिस्म को निकाल ले गये है।
17.
अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार सीरिया में सक्रिय वहाबी आतंकवादियों ने हज़रत अली अलैहिस्सलाम के ख़ास सहाबी जनाब हुज्र इब्ने अदी कंदी के मज़ार में घुसकर ज़रीह को उखाड़ दिया और कब्र खोद कर उनके पाक जिस्म को निकाल ले गये है।
18.
जब यह ख़बर हमारे कानों तक पहुँची कि इस्लाम, मुसलमानों और अहलेबैत अ. के कुछ दुश्मनों नें रसूलुल्लाह स.अ. और इमाम अली अ. के सहाबी जनाबे हुज्र इब्ने अदी कंदी के मज़ार को गिराकर उनकी क़ब्र को खोदा और उनकी लाश निकाल कर ले गए तो दिल ख़ून के आँसू रोया।
19.
जब यह ख़बर हमारे कानों तक पहुँची कि इस्लाम, मुसलमानों और अहलेबैत अ. के कुछ दुश्मनों नें रसूलुल्लाह स.अ. और इमाम अली अ. के सहाबी जनाबे हुज्र इब्ने अदी कंदी के मज़ार को गिराकर उनकी क़ब्र को खोदा और उनकी लाश निकाल कर ले गए तो दिल ख़ून के आँसू रोया।
20.
पिता-बलरामदास गुप्ता माता-मनोरमा गुप्ता जन्म तिथि-१३-३-१९८४ जन्म समय-२: ०० सुबह जन्म स्थान-सतना (म.प्र.) राशी-मकर कद-५'०” रंग-गेहुंआ शिक्षा-बी.कॉम. प्रतिभागी का व्यवसाय-पालक का व्यवसाय-बारदाना व्यवसयी वर्तमान पता-कंदी किराना गली, पुरानी बस्ती, टिकुरिया टोला, सतना (म.प्र.)