आपकी कुंडली में विवाह का सप्तम भाव पाप कर्तरी अशुभ योग से पीड़ित है |शुक्र से सप्तम पाप ग्रह तथा सप्तमेश बुध का नीचस्थ सूर्य के साथ होना भी बाधक है |चन्द्र लग्न से सातम भाव भी पीड़ित है जिसमें बुध अष्टम में चला गया है तथा सप्तम भाव पर मंगल की दृष्टि है | ये सभी कुयोग आपके दाम्पत्य जीवन में बाधा कारक हैं | आप दायें हाथ की कनिष्टिका में बुध रत्न पन्ना धारण करें तथा मध्यमा में चांदी में