निरुपमा-पति से कपट करूं तो पाप न लगेगा? भावज-ऐसे स्वार्थियों से कपट करना पुण्य है।
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वजह: इसका कारण किसी कुत्ते को मारना या भतीजे से इतना कपट करना कि वह पूरी तरह बर्बाद हो जाए।
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कपट करना, धोखा देना, किसी कि पीठ पीछे निंदा करना, मिलावट करना, नाप तोल मे गडबडी करना मायाचार है।
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कुत्ते को मारने या किसी के ध्दारा कुत्ते को मरवाने पर मंदिर, मंदिर की ध्वजा तोड़ने पर केतु अशुभ फल देता है! किसी की झूठी गवाही देने पर भी राहू-केतु अशुभ फल देते है! अत: मनुष्य ने अपना जीवन व्यवस्थित जीना चाहिए, किसी का दिल नही दुखाना चाहिए! न ही किसी के साथ छल कपट करना चाहिए!
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जागरण संवाददाता, जमशेदपुर: मित्र को मैत्री भाव से छलना, कपट करना न केवल निंदनीय है बल्कि पाप स्वरूप है। संस्कारों के पतन और भक्ति की शक्ति क्षीण होने से ही ये भाव उत्पन्न होते हैं। उपरोक्त बातें व्यासपीठ से आचार्य राजेंद्र जी ने कही। वे कदमा स्थित विजिया हेरिटेज के पाच नंबर फेज में गुप्ता परिवार द्वारा प्रायोजित सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पाचवें दिन श्रीकृष्ण बाल लीला वृतात सुना रहे थे। आचार्य ने कहा कि कथा व्रत अनुष्ठान मनुष्य के पुरुषार्थ से परे की बात है। य