हयात गुजरी है जिसकी ज्वार-भाटों सी, निशाखातिर हुनर का ही नकीब होता है........................................................................ अदाकारी का कोई पहलू अछूता जिसने न छोड़ा, कला-मर्मज्ञ ये काबिल अदीब होता है.................................................................. बख्तावर है वतन अपना नवाज़ा जिसको कुदरत ने, हरिवंश न हिन्द समूचा इनसे खुशनसीब होता है.......................................................................... जन्मदिन बहुत मुबारक हो कहे बच्चन से '' शालिनी '', शान भारत की ये इन्सां मुखालिफ न रकीब होता है................................................................................ शब्दार्थ-नकीब-चारण / वंदी, निशाखातिर-मन में होने वाला पूर्ण विश्वास. शालिनी कौशिक [कौशल]