इन कहानियों के लेखकों ने इस त्रासदी पर चलताऊ और कामचलाऊ ढंग से नहीं लिखा है बल्कि समस्या की तह तक जाकर बहुत ही कलात्मक और सृजनात्मक ढंग से अपनी बात कही है और ये कहानियां न केवल अपने विषय, वरन अपनी प्रस्तुति, अपनी भाषा-शैली और सरंचना में कालजयी कहानियां हैं जो विश्वस्तर की किसी भी बेजोड़ कहानी की टक्कर लेने में सक्षम हैं।