-इतना काम सिर्फ़ एक के कंधों पर किस तरह से आ सकता है कि उसे ऐसा कदम उठाने की नौबत आ जाये?-ज्यादा काम के साथ साथ इस क्षेत्र में काम का ना होना या कम काम का होना या मनोकुल काम का ना होना भी कुण्ठा बढाता है।
12.
विचार अभिव्यक्त की सीमाएं अगर आज़ादी से आप की मुराद यह है कि जिस काम का होना वैध नहीं है उस बारे में लिखना और कहना वैध होना चाहिए जैसा कि हमने उदाहरण में बयान किया तो जब किसी इंसान को आप के बारे में कोई अपमान जनक वाक्य कहने का अधिकार नहीं है, यानि वह इतनी आज़ादी नहीं रखता।
13.
अब क्या था इस काम का होना था कि हमारे भीतर का काला बन्दर तुंरत कुलांचे मारता हुआ इन भावी ब्यूरोक्रेट्स के भीतर समा गया और इन लोगों ने तुंरत ही हिन्दू धर्म के तथाकथित रक्षकों को बुला लिया और उनके नेतृत्व में बगल में ही रह रहे पादरी के घर पर रात में धावा बोला और जो कुछ कहा बस समझ ही लीजिये.