| 11. | कुलधर्म जातिधर्म व वर्णधर्म का भी निरुपण अपने धर्म में मिलेगा।
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| 12. | गांव की व्यवस्था, कुलधर्म, व्यक्तित्व सब यथावत चलते रहते थे।
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| 13. | ‘ जातिधर्माः कुलधर्माश्च शाश्वताः '-यह जातिधर्म और कुलधर्म ही शाश्वत है।
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| 14. | जनार्दन हम ऐसा सुनते हैं कि जिन लोगों के कुलधर्म (आदि) निर्मूल हो
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| 15. | गोस्वामीजी की दृष्टि गृहनीति या कुलधर्म की संकुचित सीमा के भीतर बँधी न
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| 16. | अब विभीषण को लीजिए, जिसे गृहनीति या कुलधर्म की स्थूल और संकुचित दृष्टि
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| 17. | एक ओर गृहधर्म या कुलधर्म के पालन का, दूसरी ओर उससे अधिक उच्च और
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| 18. | तुम उसके स्नातक हो, इसलिए अपनी वास्तविक मातृसंस्था को दीप्तिमान करना तुम्हारा कुलधर्म हो जाता है।
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| 19. | भूमिहार ब्राह्मण अपने कुलधर्म, आचार-व्यवहार उसी प्रकार संपादन करते हैं जैसे कि उत्तम ब्राह्मण लोग करते हैं।
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| 20. | गीता के आरम्भ में ही अर्जुन ने कहा, गोविन्द! मैं युद्ध नहीं करूँगा क्योंकि कुलधर्म सनातन है।
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