राष्ट्रीय कृषि मौसम विज्ञान परामर्श सेवा केंद्र, कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग, आईएमडी पुणे द्वारा विविध राज्यों से मिली जानकारी का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय कृषि मौसम विज्ञान परामर्श बुलेटिन तैयार किया जाता है।
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राष्ट्रीय कृषि मौसम विज्ञान परामर्श सेवा केंद्र, कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग, आईएमडी पुणे द्वारा विविध राज्यों से मिली जानकारी का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय कृषि मौसम विज्ञान परामर्श बुलेटिन तैयार किया जाता है।
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राष्ट्रीय कृषि मौसम विज्ञान परामर्श सेवा केंद्र, कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग, आईएमडी पुणे द्वारा विविध राज्यों से मिली जानकारी का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय कृषि मौसम विज्ञान परामर्श बुलेटिन तैयार किया जाता है।
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वे किसानों के लिए परामर्श बुलेटिन तैयार करने के लिए फसल मौसम मॉडल्स, जलवायु संबंधी जोखिम प्रबंधन उपकरणों, जीआईएस द्वारा तैयार कृषि मौसम विज्ञान उत्पाद आदि जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं।
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डॉ. परिहार पिछले कई वर्षो से फसल का क्षेत्रफल व उत्पादन पूर्वानुमान (सीएपीई) तथा अंतरिक्ष, कृषि मौसम विज्ञान तथा भूमि आधारित अवलोकन (एफएएसएएल) कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे थे।
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भास्कर न्यूज-!-हिसार एचएयू के कृषि मौसम विज्ञान विभाग स्थित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र को भारत मौसम विभाग, केन्द्रीय पृथ्वी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ केन्द्र का पुरस्कार प्रदान किया गया है।
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अटक गया मानसून: कृषि मौसम विज्ञान विभाग रायपुर के विभागाध्यक्ष एसआर पटेल ने भारत मौसम विज्ञान विभाग के हवाले से बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून में विगत आठ-दस दिन से कोई विशेष परिवर्तन नहीं दिख रहा है।
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इस उद्देश्य के लिए कृषि विज्ञानी, पादप प्रजनक और योजनाकर्ता को कृषि मौसम विज्ञान जानकारी की आवश्यकता पडती है जो फसल संवृद्धि और उपज को प्रभावित करती है, यह जानकारी जहां तक संभव है बडे क्षेत्र से हो ।
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उपरोक्त सहायता जिला विशेष के कृषि मौसम विज्ञान परामर्श बुलेटिनों की तैयारी के माध्यम से प्रदान की जाती है, जिन्हें किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है और उसके फैसले लेने की प्रक्रिया से सम्बद्ध हैं।
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भारतीय मौसम विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाने वाली कृषि-मौसम विज्ञान सेवा मौसम की जानकारी पर आधारित फसल / मवेशी प्रबंधन रणनीतियों तथा ग्राम स्तर पर पहुंच के साथ फसल और जगह के मुताबिक पल-पल कृषि मौसम विज्ञान सेवाएं मुहैया करवाते हुए पैदावार बढ़ाने के प्रति समर्पित क्रियाकलापों में योगदान देने की दिशा में नई पहल है।