एक केशिकास्तवक एक केशिका गुच्छा है जो रक्त को छानने के लिए मूत्र के रूप में पहला कदम उठाता है.
12.
एक केशिकास्तवक एक केशिका गुच्छा है जो रक्त को छानने के लिए मूत्र के रूप में पहला कदम उठाता है.
13.
अधिकांश अन्य केशिका बिस्तर के विपरीत, वेन्यूल में ड्रेन होने की बजाए केशिकास्तवक एक अपवाही धमनिका में ड्रेन होती है.
14.
एक केशिकास्तवक और उसके आसपास के बोमन कैप्सूल मिलकर एक वृक्क कणिका (गुर्दे का 'मूल' निस्यंद इकाई) का गठन करते है.
15.
एक केशिकास्तवक और उसके आसपास के बोमन कैप्सूल मिलकर एक वृक्क कणिका (गुर्दे का 'मूल' निस्यंद इकाई) का गठन करते है.
16.
नेफ्रॉटिक सिण्ड्रोम में केशिकास्तवक क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे रक्त में उपस्थित प्रोभूजिन की एक बड़ी मात्रा मूत्र में प्रवेश कर जाती है.
17.
नेफ्रॉटिक सिण्ड्रोम में केशिकास्तवक क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे रक्त में उपस्थित प्रोभूजिन की एक बड़ी मात्रा मूत्र में प्रवेश कर जाती है.
18.
केशिकास्तवक की एन्दोथिलिअल कोशिकाओं में शामिल कई पोर्स (गवाक्षीकरण) है पर अन्य गवाक्षीकरक कोशिकाओ के विपरीत, वह मध्यपट के दुआरा फैला हुआ नहीं है.
19.
केशिकास्तवक की एन्दोथिलिअल कोशिकाओं में शामिल कई पोर्स (गवाक्षीकरण) है पर अन्य गवाक्षीकरक कोशिकाओ के विपरीत, वह मध्यपट के दुआरा फैला हुआ नहीं है.
20.
केशिकास्तवक का खून एक वेंन्यूल से बाहर निकलने की बजाए एक अपवाही धमिनिका से बहार निकलता है. जैसे की अधिकांश अन्य केशिका प्रणालिओ के अन्दर उसका निरीक्षण किया जाता है.