बारूद गंधक, कोयले का चूरा, कोबाल्ट, परमैग्नेट, एल्यूमिनियम आदि से बनने वाले यह पटाखें न सिर्फ बच्चों के लिए हानिकारक होते है बल्कि बड़े भी इसकी चपेट में ही रहते हैं.
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हसीना बी के एक चाचाज़ाद भाई थे मैमून, कच्ची उम्र में घरवालों ने शादी कर दी थी, कच्ची ही उम्र में बीवी दो बच्चे जन कर गुजर गई थी, कोयले का चूरा बेचकर चार पैसा कमा लेते थे और बहन की हमदर्दी के आसरे उम्र के बयालिसवें साल ज़ेबुनिस्सा को निकाह पढ़वाकर अपने यहां लिवा लाने की उम्मीद पाले बैठे थे.