सोचिये जरा जिले का कप्तान और सभी आला अधिकारी परिसर स्थित कार्यालय मे मौजूद हो और पुलिस कर्मी व नगर कोतवाल जितेन्द्र गिरि, दरोगा कमलेश तिवारी, कोतवाली नगर के सिपाहियों द्वारा फरियादियों को बेरहमी से पीटना और गला दबाकार जान से मारने की कोशिस करना यही नही पुरस्कार प्राप्त छायाकार राजबहादुर को घेरकर पीटना और समाचार कवर करने पर जेल भेजने के लिये जीप पर लादना वो भी सीओं और कोतवाल के कहने पर आखिर क्या दर्शाता है ।