| 11. | 2. क्यूप्रस क्लोराइड के हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में विलयन के साथ गरम करने से क्लोरोबैंज़ीन (C6H5Cl) प्राप्त होता है।
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| 12. | इसी प्रकार क्यूप्रस ब्रोमाइड और क्यूप्रस सायनाइड के साथ उपचार से क्रमश: ब्रोमोबैंज़ीन (C6H5Br) और बेंज़ीन सायनाइड, (C6H5CN) प्राप्त होते हैं।
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| 13. | इसी प्रकार क्यूप्रस ब्रोमाइड और क्यूप्रस सायनाइड के साथ उपचार से क्रमश: ब्रोमोबैंज़ीन (C6H5Br) और बेंज़ीन सायनाइड, (C6H5CN) प्राप्त होते हैं।
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| 14. | इस प्रक्रिया द्वारा क्यूप्रस सल्फाईड (Cu 2 S) और फेरस सल्फाईड (FeS) का मिश्रण प्राप्त होता है ।
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| 15. | केवल पारद, लेड, क्यूप्रस तथा सिल्वर के आयोडाइड अविलेय हैं. फिरभीये आयोडाइड पोटैसियम आयोडाइड की अधिक मात्रा डालने पर विलेय हो जाते हैं.
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| 16. | यह रजत लवणों को रजत में, फेहलिंग विलयन को लाल क्यूप्रस ऑक्साइड में तथा मरक्यूरिक क्लोराइड को मैं मर्करी अपचयित कर देता है।
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| 17. | आक्सीजन की मात्रा क्यूप्रस क्लोराइड, क्षारीय पायरोगैलोल के घोल, ताँबा अथवा इसी प्रकार की दूसरी उपयुक्त वस्तुओं द्वारा शोषित कराने से ज्ञात की जाती है।
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| 18. | आक्सीजन की मात्रा क्यूप्रस क्लोराइड, क्षारीय पायरोगैलोल के घोल, ताँबा अथवा इसी प्रकार की दूसरी उपयुक्त वस्तुओं द्वारा शोषित कराने से ज्ञात की जाती है।
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| 19. | ऑक्सीजन की मात्रा क्यूप्रस क्लोराइड, क्षारीय पायरोगैलोल के घोल, ताँबा अथवा इसी प्रकार की दूसरी उपयुक्त वस्तुओं द्वारा शोषित कराने से ज्ञात की जाती है।
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| 20. | ऑक्सीजन की मात्रा क्यूप्रस क्लोराइड, क्षारीय पायरोगैलोल के घोल, ताँबा अथवा इसी प्रकार की दूसरी उपयुक्त वस्तुओं द्वारा शोषित कराने से ज्ञात की जाती है।
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