ने लिखा है कि इस क्रस्टेशिया का शरीर केकड़े के उदर में पलता है और कुछ भाग शरीर भेदकर बाहर भी निकल आता है।
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ने लिखा है कि इस क्रस्टेशिया का शरीर केकड़े के उदर में पलता है और कुछ भाग शरीर भेदकर बाहर भी निकल आता है।
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उदाहरणत: कुछ समपाद (आइसोपाड) क्रस्टेशिया के डिंभ (लार्वा), जब तक वे स्वतंत्र जीवन व्यतीत करते हैं, नर रहते हैं, परंतु अन्य क्रस्टेशिया पर परोपजीवी होने के पश्चात् वे मादा हो जाते हैं।
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उदाहरणत: कुछ समपाद (आइसोपाड) क्रस्टेशिया के डिंभ (लार्वा), जब तक वे स्वतंत्र जीवन व्यतीत करते हैं, नर रहते हैं, परंतु अन्य क्रस्टेशिया पर परोपजीवी होने के पश्चात् वे मादा हो जाते हैं।
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उदाहरणत: कुछ समपाद (आइसोपाड) क्रस्टेशिया के डिंभ (लार्वा), जब तक वे स्वतंत्र जीवन व्यतीत करते हैं, नर रहते हैं, परंतु अन्य क्रस्टेशिया पर परोपजीवी होने के पश्चात् वे मादा हो जाते हैं।
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उदाहरणत: कुछ समपाद (आइसोपाड) क्रस्टेशिया के डिंभ (लार्वा), जब तक वे स्वतंत्र जीवन व्यतीत करते हैं, नर रहते हैं, परंतु अन्य क्रस्टेशिया पर परोपजीवी होने के पश्चात् वे मादा हो जाते हैं।
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मनुष्य के आहार में देर-सवेर ऐसे समुद्री जीव आ जाएँगे जो ज़हरीले प्लास्टिक सूक्ष्मकणों से भरे होंगे | समुद्री जीवों का आहार काफ़ी बदल रहा है-क्रस्टेशिया यानी शंखधारी जीव जो अपने आहार में बहुत कम चुने हुए पदार्थ ही लेते आए हैं, अब सिंथेटिक सामग्री के कण “ खाने ” लगे हैं जो बड़ी कठिनाई से विघटित होते हैं | प्रशांत महासागर के जीवों के संयुक्त अध्ययन के बाद रूस और अमरीका के वैज्ञानिकों ने यह खतरे की घंटी बजाई है |