शुक्र स्तम्भन दो तरह से होता है, जो पुरुष बचपन से ही चरित्रवान रहते हैं, यौन क्रीड़ा करना तो दूर, उसका विचार तक नहीं करते, अच्छा पौष्टिक आहार-विहार करते हैं, व्यायाम या खेल-कूद करके जिन्होंने अपने शरीर को बलवान बनाया है, उन युवकों को प्राकृतिक रूप से ही शुक्र स्तम्भन होता है।