| 11. | लौह अयस्क, मैग्नीज अयस्क, क्रोम अयस्क और रीफ्रैक्टरीज जिसकी आवश्यकता मुख्य रूप से इस्पात उद्योग के लिए होती है;
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| 12. | कमी के अनुमान को देखते हुए क्रोम अयस्क के निर्यात को एमएमटीसी के माध्यम से कैनलाइज्ड किया जाना चाहिए।
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| 13. | इसके अनुसार मैंगनीज अयस्क का भंडार 138 मिलियन टन तथा क्रोम अयस्क का भंडार 66 मिलियन टन रह गया है।
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| 14. | इसके अनुसार 100 मीटर के नीचे स्थित क्रोम अयस्क को निकालने के लिए खनन प्रौद्योगिकी लाए जाने की जरूरत है।
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| 15. | -क्रोम अयस्क पर निर्यात शुल्क 2000 रुपए प्रति मी. टन से बढाकर 3000 रुपए प्रति मी. टन करने का प्रस्ताव।
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| 16. | वर्तमान समय में लगभग 2, 00,000 टन क्रोम अयस्क और असीमित मात्रा में क्रोम कंसेंट्रेट निर्यात के लिए अनुमोदित किए गए हैं।
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| 17. | भारत किसी तरह सस्ते में फेर्रो क्रोम का उत्पादक बना रहना चाहता है क्योंकि इसके पास हाई ग्रेड का क्रोम अयस्क है।
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| 18. | वर्तमान में केवल 42 से 43 फीसदी Cr 2 O 3 वाले क्रोम अयस्क फाइन्स की गुणवत्ता में ही सुधार किया जाता है।
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| 19. | इंडियन स्टेनलेस स्टील डिवेलपमेंट असोसिएशन के प्रेजिडेंट एन. सी. माथुर ने कहा कि क्रोम अयस्क के एक्सपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी लगाना स्वागत योग्य है।
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| 20. | क्रोम अयस्क के संरक्षण के लिए और भारत में इसे मूल्यवर्धित विनिर्माण के लिए उपलब्ध कराने के लिये निर्यात शुल्क 2000 रुपये प्रति मी.
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