क्लोरीनीकरण अपनी कम लागत और प्रभावशीलता के दीर्घकालिक इतिहास की वजह से उत्तर अमेरिका में अपशिष्ट जल कीटाणुशोधन का सबसे आम रूप बना हुआ है.
12.
दो दशक पूर्व 1904 में जब से हमने पेयजल का क्लोरीनीकरण शुरू किया तभी से दिल की बीमारियां, कैंसर और असमय बुढ़ापे जैसी बीमारियां पनपने लगीं।
13.
लोकप्रिय तरीकों में से एक है रेत से छानना जिससे केवल अघुलित पदार्थ ही हटाये जाते हैं, जबकि क्लोरीनीकरण और उबालने से हानिकारक सूक्ष्म जीव मर जाते हैं.
14.
मीथेन में क्लोरीनीकरण द्वारा प्राप्त मोमों तथा रबर का मुख्य विलायक नमी के संपर्क में आने पर फासजीन तथा हाइड्रोजन क्लोराइड में विघटित होने से इसका अवयव खतरनाक
15.
लोकप्रिय तरीकों में से एक है रेत से छानना जिससे केवल अघुलित पदार्थ ही हटाये जाते हैं, जबकि क्लोरीनीकरण और उबालने से हानिकारक सूक्ष्म जीव मर जाते हैं.
16.
इसका एक नुकसान यह है कि अवशिष्ट कार्बनिक पदार्थ के क्लोरीनीकरण से क्लोरीन युक्त कार्बनिक यौगिक उत्पन्न हो सकते हैं जो कैंसरकारी या पर्यावरण के हानिकारक हो सकते हैं.
17.
इस क्रिया अनुक्रम में कार्बन डीसल्फाइड के क्लोरीनीकरण से कार्बन टेट्राक्लोराइड, फिर पायरोलिसिस से टेट्राक्लोरोइथेलीन और जलीय क्लोरीनीकरण से ट्राइक्लोरोएसिटिक अम्ल और अन्त में वैद्युत अपघटन से एसिटिक अम्ल का निर्माण होता है।
18.
इस क्रिया अनुक्रम में कार्बन डीसल्फाइड के क्लोरीनीकरण से कार्बन टेट्राक्लोराइड, फिर पायरोलिसिस से टेट्राक्लोरोइथेलीन और जलीय क्लोरीनीकरण से ट्राइक्लोरोएसिटिक अम्ल और अन्त में वैद्युत अपघटन से एसिटिक अम्ल का निर्माण होता है।
19.
इस क्रिया अनुक्रम में कार्बन डीसल्फाइड के क्लोरीनीकरण से कार्बन टेट्राक्लोराइड, फिर पायरोलिसिस से टेट्राक्लोरोइथेली न और जलीय क्लोरीनीकरण से ट्राइक्लोरोएसिटिक अम्ल और अन्त में वैद्युत अपघटन से एसिटिक अम्ल का निर्माण होता है।
20.
इस क्रिया अनुक्रम में कार्बन डीसल्फाइड के क्लोरीनीकरण से कार्बन टेट्राक्लोराइड, फिर पायरोलिसिस से टेट्राक्लोरोइथेली न और जलीय क्लोरीनीकरण से ट्राइक्लोरोएसिटिक अम्ल और अन्त में वैद्युत अपघटन से एसिटिक अम्ल का निर्माण होता है।