| 11. | १ ७ २-जिस अन्न से, फल से, पेट साफ रहे वही खाव |
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| 12. | अगर खाव देखा है तो तामीर कर् ये जज़्वा बुलंदी पे पहुन्चायेग क्या खूब कहा है बहुत बहुत बधाइ
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| 13. | लाडनू सुजानगढ़ मे पापड यान ही खाव है चाव स अब तो मसाला पापड़ सगला लोग पसंद करवा लाग्या ।
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| 14. | दिया है खुदा ने खूब खुसी करो ग्वाल कवि, खाव पियो, देव लेव, यहीं रह जाना है।
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| 15. | लाडनू सुजानगढ़ मे पापड यान ही खाव है चाव स अब तो मसाला पापड़ सगला लोग पसंद करवा लाग्या ।
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| 16. | चुपड़ी ललचाती रहे, रुखा-सूखा खाव |दरकिनार नैतिक वचन, बेशक नहीं मुटाव | बेशक नहीं मुटाव, चढ़ी चर्बी है भारी
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| 17. | चुपड़ी ललचाती रहे, रुखा-सूखा खाव | दरकिनार नैतिक वचन, बेशक नहीं मुटाव | बेशक नहीं मुटाव, चढ़ी चर्बी है भारी
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| 18. | वस्तुत: ‘ हांत में से पिल्ला छौडो कूर कूर करत ' समझदारी नही है लेकिन ‘ ओइ पातर में खाव ओई में छेद करौ ' पहले दर्जे की धूर्तता है।
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| 19. | गमे त्यारे खाव, गमे ते खाव छ्तांय वजन उतारो! शुं छे एनो कीमियो ” यानि कभी भी कुछ भी खाईये और अपना वजन कम कीजिये … क्या है इस का तरीका।
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| 20. | गमे त्यारे खाव, गमे ते खाव छ्तांय वजन उतारो! शुं छे एनो कीमियो ” यानि कभी भी कुछ भी खाईये और अपना वजन कम कीजिये … क्या है इस का तरीका।
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