विधाता पर, खुद पर-औरत को खीज आने लगती है-गलती कहाँ हुई और किससे हुई?-माँ से दादी से या फिर खुद उससे ही-या फिर शायद पूरी इस औरत जात से ही? पर घर तो किला है-उसका खुद का बनाया हुआ अपना सुरक्षित किला और वही तो इसकी महारानी है-औरत यह बात अच्छी तरह से जानती है।
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जहालत की हद तो यह है कि जिस प्रश्न और मोहम्मद के नामोल्लेख पर आपत्ति की गई थी, वह कोई टीजे जोसफ़ का खुद का बनाया हुआ प्रश्न नहीं था, बल्कि पीटी कुंजू मोहम्मद नामक एक CPM विधायक की पुस्तक “ थिरकाथायुडु नीथीसास्त्रम ” (पेज नम्बर 58) से लिया गया एक पैराग्राफ़ है, कुंजू मोहम्मद खुद एक मुस्लिम हैं और केरल में “ मोहम्मद ” नाम बहुत आम प्रचलन में है।