हमारे इसी समाज में मुसहर जाति भी है जो चूहों का पीछा करते हुये उनके बिलों तक पहुंच जाते है और बिलों को खेदकर चूहों द्वारा इकट्ठा किया गया अनाज निकाल लेते है।
12.
रवीश कुमार, इन लालित् यपूर्ण कल् पनाओं का कहां अंत होगा? ज्ञान चतुवेर्दियों को जीने देंगे या नहीं? पत् नी आपको घर से खेदकर अंदर से ताला चढ़ा लेती है या नहीं? मोतिहारी में आपके खिलाफ लोगों ने मोर्चा खोल लिया हे या नहीं? और हिंदी प्रकाशक आपको हैंडल करने की कौन-सी विशेष रणनीति तैयार कर रहे हैं?..