वर्ष २००४-०५ में राज्य का अनुमानित गरीबी अनुपात १७% रहा, जो राष्ट्रीय अनुपात २७.५% से कहीं नीचे है।
12.
[26] वर्ष २००४-०५ में राज्य का अनुमानित गरीबी अनुपात १७% रहा, जो राष्ट्रीय अनुपात २७.५% से कहीं नीचे है।
13.
[65] वर्ष २००४-०५ में राज्य का अनुमानित गरीबी अनुपात १७% रहा, जो राष्ट्रीय अनुपात २७.५% से कहीं नीचे है।
14.
तेंदुलकर समिति की विधियों का अनुसरण कर वर्ष 2009-10 के लिए राज्यवार गरीबी रेखा और गरीबी अनुपात परिकलित कर ली गयी है।
15.
इसके बावजूद, गरीबी अनुपात के अनुमान में प्रस्तावित बढ़ोतरी का, गरीबी में इस बढ़ोतरी से कोई सीधा संबंध नहीं है।
16.
एनएसएसओ सर्वे हमें 1987-88, 1993-94 और 1999-2000 के ग्रामीण गरीबी अनुपात (रुरल पॉवर्टी रेशो) देता है।
17.
ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक आयोग का दावा है कि 2004-05 में गरीबी अनुपात 37. 2 प्रतिशत था, जो 2011-12 में घटकर 21.9 प्रतिशत रह गया है।
18.
आकलन के अनुसरा वर्ष 2009-10 में देश में गरीबी अनुपात घटकर 29. 8 फीसदी रह गया जबकि वर्ष 2004-05 के दौरान यह आंकड़ा 37.2 फीसदी था।
19.
जब हम भारत में गरीबी अनुपात की बहस शुरू करने वाले बी. एम. डांडेकर के बारे में बात करते थे तब भी सारे मतभेद खत्म हो जाते थे.
20.
1987-88 से 1993-94 के दौरान मानवदिवस 67. 50 करोड़ से बढ़कर 1.07 अरब तक पहुंच गए, लेकिन ग्रामीण गरीबी अनुपात में 39.1 फीसदी से 37.3 फीसदी तक की गिरावट ही दर्ज की गई।