इन सहमतियों में शामिल हैं-अफसर का ओहदा देकर मज़दूरों के गलत वर्गीकरण को खत्म करना, हिन्दोस्तान के अलग-अलग सीमेंस कारखानों के मज़दूरों के वेतन तथा परिस्थिति में सामंजस्य लाना, आपस बीच सूचना का आदान-प्रदान करना ताकि प्रबंधन एक कारखाने के मज़दूरों को दूसरे कारखाने के मज़दूरों से न भिड़ाये, और नियमित मज़दूरों की तुलना में ठेका मज़दूरों के अनुपात को सीमित रखना।