अतः पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्य से यह स्पष्ट है कि यह दुर्घटना केन्टर संख्या-यू0ए0-04ए-9782 के चालक द्वारा वाहन को तेजी व लापरवाही से चलाये जाने के कारण घटित हुयी, जिसमें याची गुच्छन खां को गंभीर चोटें आयीं।
12.
इस गवाह का कथन है कि सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र खटीमा, जिला ऊधम सिंह नगर के कैम्प कार्यालय में विकलांग बोर्ड द्वारा श्री गुच्छन खां के नाम से विकलांग प्रमाण पत्र दिनांक 26-3-2008 को प्रमाण पत्र संख्या-304-219/05 जारी किया गया है।
13.
भारत में शिक्षा को कुपोषण और मृत्यु के स्थानिक गुच्छन को स्पष्ट करते हुए दिखाया गया है और यहाँ तक कि शिक्षा के निम्न स्तरों को भी बच्चे की उत्तरजीविता की संभावनाओं और स्वास्थ्य सम्बन्धी व्यवहारों को बढ़ाते हुए दर्शाया गया है।
14.
वाद बिन्दु संख्या-1 के निस्तारण में इस ट्रिब्युनल द्वारा यह निर्धारित किया गया है कि यह दुर्घटना वाहन केन्टर संख्या-यू0ए0-04ए-9782 के चालक द्वारा वाहन को तेजी व लापरवाही से चलाये जाने के कारण घटित हुयी है, जिसमें याची गुच्छन खां को गंभीर चोटें आयीं।
15.
इस मौके पर एसडीएम मदन सिंह गर्ब्याल, सीओ जोगिंद्र लाल, जगजीत सिंह भट्टी, संतोख सिंह सोखी, हरजिंद्र सिंह, भाकियू के युवा प्रदेश सचिव बाबू अली, किरन श्ंाकर, मंजीत सिंह अटवाल, बलबंत सिंह, संजय, कुलबिंद्र सिंह बाजवा, कामरेड जफर खां, दिलीप भाटिया, याकूब खां, सुरेंद्र कुक्कू, हनीफ खां, भूरा खां, गुच्छन खां आदि ने भाग लिया।
16.
पी0डब्लू0-2 की जिरह के अवलोकन से स्पष्ट है कि इस गवाह द्वारा भी घटना घटित होते हुए स्वयं नहीं देखी गयी है, क्योंकि इस गवाह ने अपनी जिरह में कथन किया है कि उसने दुर्घटना नहीं देखी, सात बजे सायं उसे टेलीफोन से सूचना मिली कि उसके भाई रियाजुद्दीन व गुच्छन खां की दुर्घटना हो गयी है।
17.
वाद बिन्दु संख्या-1-यह वाद बिन्दु क्या दुर्घटना दिनांक 13-11-2007 को समय करीब 7. 00 बजे, स्थान-किच्छा रोड ग्राम इन्द्रानगर के पास, बहद थाना सितारगंज, जिला ऊधम सिंह नगर में केन्टर संख्या-यू0ए0-04ए-9782 के चालक द्वारा उक्त वाहन को तेजी एवं लापरवाही से चलाने के कारण घटित हुयी, जिसमें याची गुच्छन खां को गम्भीर चोटें आयीं, यदि हां तो प्रभाव, के संबंध में है।
18.
लेप्री से संक्रमित सभी लोगों में कुष्ठरोग विकसित नहीं होता, और लंबे समय यह माना जाता रहा है कि इसमें आनुवांशिक कारकों की भी एक भूमिका होती है क्योंकि कुछ विशिष्ट परिवारों में कुष्ठरोग का गुच्छन देखा गया है और यह समझ पाने में सफलता प्राप्त नहीं हो सकी है कि क्यों कुछ लोगों में लेप्रोमेटस कुष्ठरोग विकसित हो जाता है, जबकि अन्य लोगों में कुष्ठरोग के दूसरे प्रकार विकसित होते हैं.
19.
लेप्री से संक्रमित सभी लोगों में कुष्ठरोग विकसित नहीं होता, और लंबे समय यह माना जाता रहा है कि इसमें आनुवांशिक कारकों की भी एक भूमिका होती है क्योंकि कुछ विशिष्ट परिवारों में कुष्ठरोग का गुच्छन देखा गया है और यह समझ पाने में सफलता प्राप्त नहीं हो सकी है कि क्यों कुछ लोगों में लेप्रोमेटस कुष्ठरोग विकसित हो जाता है, जबकि अन्य लोगों में कुष्ठरोग के दूसरे प्रकार विकसित होते हैं.
20.
याचीगण का अपनी याचिका में यह कथन है कि दिनांक 13-11-2007 को मृतक रियाजुद्दीन, गुच्छन खां व निजाम शाह के साथ सितारगंज से काम करके अपनी-अपनी साईकिलों से घर आ रहे थे तभी समय करीब 7.00 बजे सायं केन्टर संख्या-यू0ए0-04ए-9782 का चालक बडी तेजी व लापरवाही से चलाते हुए लाया और पीछे से साईकिलों में रोड के नीचे कच्चे में लाकर टक्कर मार दी, जिससे रियाजुद्दीन व गुच्छन केन्टर के नीचे दब गये तथा साईकिलें टूट गयीं, जिससे रियाजुद्दीन व गुच्छन खां को गंभीर चोटें आयीं, रियाजुद्दीन को बरेली अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मृत्यु हो गयी।