3. अंगराग के प्रसाधनों में ऐसे औपचारिक पदार्थों को भी रखा जाता है जो औषध के समान गुणकारक होते हुए भी मुख्यत:
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3. अंगराग के प्रसाधनों में ऐसे औपचारिक पदार्थों को भी रखा जाता है जो औषध के समान गुणकारक होते हुए भी मुख्यत: शरीर शुद्धि के लिए ही
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जो अस्थिरता का कंटक मन में रहा है उसे यदि बाहर नहीं निकाला जाय तो, बाद में क्रियारुपी औषध गुणकारक न निकले उस में क्या दोष?
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उन्होंने योगा की मुद्राएं बताते हुए हर्बल औषधियों का सेवन करने की सलाह देते हुए अदरक, लहसुन तथा गुणकारक तुलसी को कई बीमारियों में फायदा देने वाली बताया।
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3. अंगराग के प्रसाधनों में ऐसे औपचारिक पदार्थों को भी रखा जाता है जो औषध के समान गुणकारक होते हुए भी मुख्यत: शरीर शुद्धि के लिए ही
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यह लोह तत्व इतना सोम्य व गुणकारक होता है कि इससे किसी प्रकार का नुकसान नही हो सकता अपितु यह लोह शरीर में लोह की कमी को पूरा करने के साथ शरीर यकृत (जिगर) और प्लीहा (तिल्ली) आदि शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर लाभकारी परिणाम डालता है अतः शरीर में रक्त की प्रचुर मात्रा में बृद्धि होती है।