हालांंकि किसी भी ग्रह के गुरूत्वाकर्षण क्षेत्र में जाकर वापस आने की क्षमता हमारे यान में थी पर इस प्रक्रिया मे इंघन काफी खर्च हो जाता था और हम अपने ईधन को जहां तक संभव हो कम से कम खर्च करना चाहते थे।
12.
ब्रह्माण्ड संबंधी स्थिरांक सर्वप्रथम आइंस्टीन के द्वारा गुरूत्वाकर्षण क्षेत्र समीकरण का एक स्थायी समाधान प्राप्त करने की एक प्रक्रिया के रूप में प्रतिपादित किया गया जिसमें गुरूत्वाकर्षण को संतुलित करने के लिए गुप्त ऊर्जा का प्रभावी ढंग से उपयोग करते हुए एक स्थैतिक ब्रह्मांड का निर्माण होता है.
13.
ब्रह्माण्ड संबंधी स्थिरांक सर्वप्रथम आइंस्टीन के द्वारा गुरूत्वाकर्षण क्षेत्र समीकरण का एक स्थायी समाधान प्राप्त करने की एक प्रक्रिया के रूप में प्रतिपादित किया गया जिसमें गुरूत्वाकर्षण को संतुलित करने के लिए गुप्त ऊर्जा का प्रभावी ढंग से उपयोग करते हुए एक स्थैतिक ब्रह्मांड का निर्माण होता है.