गेहूँ का दाना मिटता है, और उस मिटने में ही वह मृत् यु को जीत लेता है।
12.
यह गेहूँ का दाना वह शिक्षक है जो मुझे सृष्टि के नियमों और प्रकृति की शक्तियों के विषय में समझाए गा।
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यह गेहूँ का दाना वह शिक्षक है जो मुझे सृष् टि के नियमों और प्रकृति की शक् तियों के विषय में समझाए गा।
14.
भूखों के नेता ने तपाक से कहा-‘‘ अपना वह गेहूँ का दाना आप अपने पास रखिए, हमें उसकी कोई ज़रूरत नहीं।
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जिस प्रकार गेहूँ का दाना जो बाहर से बहुत सुंदर व कठोर दिखता है पर जब वह मिट्टी में गिरता है तो उसकी सुंदरता लुप्त हो जाती है।
16.
और जैसे गिद्ध के पेट में बैल, कबूतर के पेट में गेहूँ का दाना और मेरे पेट में रोटी का कौर जाता है, वैसे ही इनके पेट में दूब जाएगी।
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और जैसे गिद्ध के पेट में बैल, कबूतर के पेट में गेहूँ का दाना और मेरे पेट में रोटी का कौर जाता है, वैसे ही इनके पेट में दूब जाएगी।
18.
हर रोज वह उस गेहूँ के दाने को इस आशा के साथ देखता कि एक दिन जरूर कुछ चमत्कार घटित होगा, और गेहूँ का दाना किसी ऐसी चीज में या किसी ऐसे व्यक्ति में परिवर्तित हो जाएगा जिससे कि वह सब कुछ सीख जाएगा जो कुछ भी वह जानना चाहता है।
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हर रोज वह उस गेहूँ के दाने को इस आशा के साथ देखता कि एक दिन जरूर कुछ चमत् कार घटित होगा, और गेहूँ का दाना किसी ऐसी चीज में या किसी ऐसे व् यक् ति में परिवर्तित हो जाएगा जिससे कि वह सब कुछ सीख जाएगा जो कुछ भी वह जानना चाहता है।