| 11. | आनन फानन तबहीं हरि ने, एक ग्राह को दयो पठाय।।
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| 12. | ग्राह के मुंह से गजराज के बंचवले।
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| 13. | गज को जल बीच जभी, ग्राह ने आकर पकड़ा,
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| 14. | ग्राह के मुंह से गजराज के बचवले।
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| 15. | मंगल ग्राह पर कृत्रिम ऑक्सीजन से लैस
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| 16. | ग्राह मगर बहु कच्छप छाये, मार्ग कहो कैसे सूझे॥
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| 17. | देखते-ही-देखते वह बालक और ग्राह दोनों अन्तर्धान हो गए।
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| 18. | आम जनता के ग्राह से कौन बच सका है।
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| 19. | ऊपर-ऊपर लाल मछलियाँ, नीचे ग्राह बसे!
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| 20. | आम जनता के ग्राह से कौन बच सका है।
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