यह सूजन, चिरकालिक ज्वर, साधारण जुकाम, यौन रोग, गुर्दे में पत्थर, हृदय पीड़ा, उल्टी, पीठ-दर्द, गर्दन-दर्द, उच्च अम्लता, आंशिक पक्षाघात, शरीर के निचले हिस्से में पक्षघात, बृहदांत्र-शोथ, स्वास्थ्यलाभ, ग्रैव स्पॉन्डिलोसिस, उद्दीप्य आन्त्र सहलक्षण, कब्ज, पाचन विकार, यकृत में वृद्धि, प्लीहा में वृद्धि, मोटापा, बवासीर, जनन-अक्षमता, साइटिका एवं जोड़ों के अन्य दर्द को कम करता है।