| 11. | ऑस्ट्रेलिया, और न्यूज़ीलैंड (अक्टूबर 2008) [20]-सभी स्टेवियोल ग्लाइकोसाइड सार
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| 12. | मेथी में कड़वापन उसमें उपस्थित पदार्थ ग्लाइकोसाइड के कारण होता है।
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| 13. | एग्लेकोन और ग्लाइकोसाइड की सटीक संरचना को 1955 में प्रकाशित किया गया था.
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| 14. | एग्लेकोन और ग्लाइकोसाइड की सटीक संरचना को 1955 में प्रकाशित किया गया था.
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| 15. | प्रोटीन 2 प्रतिशत, सायनिन 5-3 प्रतिशत, रंगजनक पदार्थ, एक ग्लाइकोसाइड और शर्करा होती है।
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| 16. | प्रोटीन 2 प्रतिशत, सायनिन 5-3 प्रतिशत, रंगजनक पदार्थ, एक ग्लाइकोसाइड और शर्करा होती है।
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| 17. | तुलसी में अनेकों जैव सक्रिय रसायन पाए गए हैं, जिनमें ट्रैनिन, सैवोनिन, ग्लाइकोसाइड और एल्केलाइड्स प्रमुख हैं।
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| 18. | 95% से अधिक शुद्धता के साथ मिश्रित स्टेवियोल ग्लाइकोसाइड सार खाद्य योज्य के रूप में उपलब्ध (2008)
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| 19. | तुलसी में अनेकों जैव सक्रिय रसायन पाए गए हैं, जिनमें ट्रैनिन, सैवोनिन, ग्लाइकोसाइड और एल्केलाइड्स प्रमुख हैं।
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| 20. | उल्लेखनीय है कि एमेरोजेण्टिन नामक ग्लाइकोसाइड संसार के सबसे अधिक कड़ुवे पदार्थों में से एक होता है।
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