इब ताऊ धौरे काणी कौडी भी गोज (जेब) म्ह थी नही की भैंस कै लिए खल बिनौला का इंतजाम कर सकता! हार थक कै ताऊ गाम कै सुखी लाला धौरे पहुँच गया और बोला-लाला मेरे को खल बिनौला की बोरी देदे! और घर गृहस्थी का सामान भी चाहिए! मैं भैंस का दूध घी बेचके पिस्से चुकाता रहूंगा!