इनमें लोहे को गलाकर शुद्ध करने के लिए विचित्र वस्तुओं के साथ मिलाकर भिन्न लोहे को भिन्न-भिन्न विधियों से गलाने का वर्णन है ; यथा: जंबीरों नीबू, लाल एरंड, इमली, जामुन, घुँघची, आँवला, नौसादर, सज्जीक्षार, यवक्षार, खुरक्षार, हींग, पर्पटी, सुपारी, जटामाँसी, विदरीकंद, पाँच प्रकार के तेल, इंगुदी, मजीठ, कौड़ी, मुनक्का से परिपूर्ण तेल, शंख, भिलावा, काकोली, लाल कुलथी, सरसों, अरहर, गेहूँ के कसाय और कांजियाँ आदि-आदि।