पान का तो क्या कहना! वहां से बंधवाकर सीमा से बाहर निकलने के बाद उसी पान का स्वाद बदल जाता है, जबकि वहां रहते मुंह में घुलाना एक अलग प्रकार की अनुभूति है ।
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पान का तो क्या कहना! वहां से बंधवाकर सीमा से बाहर निकलने के बाद उसी पान का स्वाद बदल जाता है, जबकि वहां रहते मुंह में घुलाना एक अलग प्रकार की अनुभूति है ।
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सभी योगों का परिणाम एक है, ज्ञान की प्राप्ति ॥ गीता में कुछ पानें के लिए गीता में अपनें बुद्धि को घुलाना पड़ता है, गीता कोई बीज गणित की किताब नहीं की एक अध्याय में उस अध्याय की पूरी जानकारी एक जगह मिल जाती है ।