| 11. | इनमें चर्वणक का स्थान आगे चलकर स्थायी अग्रचर्वणक ले लेते हैं।
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| 12. | तीसरे आखिरी चर्वणक दांतों को अक्कल दाढ़ (Wisdom teeth) कहते हैं।
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| 13. | आखिर में बीस से चौबीसवें महीने के बीच बाकी चर्वणक दांत निकल जाते हैं।
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| 14. | विशिष्ट रूप से, चर्वणक (molar) दांतों की बाहरी सतहों पर कपोल गड्ढे (buccal pits) पाए जाते हैं.
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| 15. | चर्वणक स्थायी दाँतों में सबसे बड़े, चौड़े शिखरयुक्त तथा चर्वण क्रिया के लिये विशेष रूप से समंजित होते हैं।
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| 16. | बच्चों के दांतों पर सीलेंट को सामान्यतः चर्वणक दांतों के उगने के कुछ ही समय बाद लगाया जाता है.
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| 17. | एक सीलेंट एक पतली प्लास्टिक-नुमा परत होती है, जिसे चर्वणक दातों की चबाने वाली सतहों पर लगाया जाता है.
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| 18. | नीचे के चर्वणक दांतों में दो चपटी जड़ें तथा ऊपरी चर्वणक दांतों में तीन-तीन शंक्वाकार (conical) जड़ें होती है।
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| 19. | नीचे के चर्वणक दांतों में दो चपटी जड़ें तथा ऊपरी चर्वणक दांतों में तीन-तीन शंक्वाकार (conical) जड़ें होती है।
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| 20. | जब हाथी की छह चर्वणक दंतावलियों में से अंतिम दंतावली भी घिस जाती है, तो वह भूख से मर जाता है।
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