कहा जाता है, अज्ञेयवादी होना एक ऐसी यात्रा पर चल पडना है जिसमे ईश्बर नामक कोई काल्पनिक मित्र आपकी सहायता के लिये कभी भी मौजूद होगा या नही ये संभाव्य विकल्प भी जाता रहता है.
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कहा जाता है, अज्ञेयवादी होना एक ऐसी यात्रा पर चल पडना है जिसमे ईश्बर नामक कोई काल्पनिक मित्र आपकी सहायता के लिये कभी भी मौजूद होगा या नही ये संभाव्य विकल्प भी जाता रहता है.