ठठाकर हंसने वाले, बातों में ईर से बीर तक का ताल मिलाने वाले, जिंदादिल और मूंज जैसे चीमड़ तीखे आदमी का फील देते थे।
12.
यह बंजारे बला के चीमड़, लोहे की-सी हिम्मत और इरादे के लोग थे जिनके आते ही गॉँव में लक्ष्मी का राज हो गया।
13.
पूरियां किसी कदर ठंडी, चीमड़ और खासी सख्त थीं, मैंने देखा मुक्तिबोध बहुत स्वाद लेकर उन्हें रसे में भिगोकर खा रहे थे।
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वह बूढ़ी औरत की ओर सिर हिलाते हुए बोली, जो कि बच् चे के पीले बालों में तेजी से अपनी चीमड़ उंगलियाँ फिरा रही थी।
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पत्तियाँ चीमड़, पूर्ण आकार वाली, अंडाकार या दीर्घ वृत्ताकार होती हैं, इनकी लंबाई 20-40 सेमी तक होती है और इनमें उभरी हुई पार्श्व शिराएँ होती हैं।
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ठठाकर हंसने वाले, बातों में ईर से बीर तक का ताल मिलाने वाले, जिंदादिल और मूंज जैसे चीमड़ तीखे आदमी का फील देते थे।
17.
आरव की स्लेट पर कुछ कम और चारू की स्लेट पर थोड़े ज्यादा साफ़, क्योंकि आरव की स्लेट की लकड़ी थोड़ी ज्यादा चीमड़ हो गई थी.
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जहां सख्त उतार होता था वहां लाठी से पत्तों को हटाकर देखना पड़ता था कि कोई मजबूत पत्थर या किसी दरख्त की एकाध चीमड़ जड़ है या नहीं।
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एक-दो बार मैंने यह भी देखा कि वह विद्यालय के प् लेग्राउण् ड में सबसे नजरें चुराता अलग-थलग बैठा है और उसकी बगल में एक सूखी-सड़ी चीमड़ औरत कोई पोटली-सी खोले बैठी है।
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इस बदसूरत लड़की के बाद में वही बच् चा था और अभी तक वैसे का वैसा ही बैठा हुआ था उसके बगल में एक दुबली-पतली चीमड़ सी बुढ़ी औरत छापे के सूती पहनावे में थी।